ना निहारो राहों को ना दिन रात,
सीख लो सब कुछ मगर खुश रहो,
पर रहो वही जो अन्दर से तुम हो,
आंसुओं को ना बनाओ अपना घर
आंसुओं को ना बनाओ अपना घर
बस आशाओं से देखो इधर उधर
बिना डर राहों पर अपनी तू निकल,
थाम कर हाथ मेरा कहीं दूर चल,
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं ये पल...
जो होना है यहाँ वो होकर ही रहेगा,
जिंदगी में तुझे बहुत कुछ मिलेगा,
खींच कर चादर ख़ुशी के सपनों की,
रख लो सिर, याद के सिरहाने पर,
दुःख देना तो हकीकत है ज़माने की,
तू बना दे प्यारा हर आने वाला कल,
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं ये पल...